समय का पुत्र ।
समय का पुत्र मै
अमीर भी हूँ
दौलत के टीले पर बैठा तो नहीं
तंगी की छाव में अमीर हूँ
क्योंकि मै समय का पुत्र हूँ ।
मानता हूँ
पद -दौलत दूर है
तंगी की छेदती छाव में
कद का धन तो भरपूर है
क्योंकि मै समय का पुत्र हूँ।
खैर धन की बहार का भी सुख है
दुःख भी तो है
बहार छंटते ही चढ़ जाती है
परायेपन की परत
बिसार देते है जो कल ख़ास थे
याद रहता हूँ मै
फकीरी में अमीरी रचने वाला
क्योंकि मै समय का पुत्र हूँ।
संघर्षरत रुखी- सुखी खाया
सकून है आज कल पर यकीन
क्योंकि मै समय का पुत्र हूँ।
gairo की pida को अपनी कहा
dard में racha-basa
patajhad में basant
dhool में ful dhodh leta हूँ
khud को खुश रखने के लिए
ज़माने को देने के लिए
कलम से उपजी अनमोल पैदावार
मै यही दे सकता हूँ
क्योंकि मै समय का पुत्र हूँ।..... नन्द लाल भारती ॥ २१.०५.२०१०
Friday, May 21, 2010
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