Nand Lal Bharati M.A.(Sociology) L.L.B.(HONS) PGD in Human Resource Development Author | Residence: Azad Deep -15-M, Veena Ngar Ph-071-05755 Mob-0975081066 Email-nlbharatiauthor@gmail.com |
आज कमजोर भय के दौर से गुजर रहा है
दींन को दीन करने का षण्यंत्र चल रहा है ।
सत्य भी आज तड़पने लगा है
अभिमान खुलेआम डंस रहा है ।
कमजोर भरे जहाँ में आंसू निचोड़ रहा है
सत्ता की रस्साकस्सी का दौर चल रहा है ।
गरीब शोषण ,महंगाई के बोझ से दबा पडा है
कमजोर का हक़ ही तो खुलेआम छीना जा रहा है ।
बेबस लालची आँखों से निहार रहा है
किया कोशिश तो बदनाम किया जा रहा है ।
कमजोर की आन भाती नहीं
बनती तकदीर बिगाड़ दी जाती यही ।
आज कमजोर दहशत में जी रहा
गरीबी के भार भेद का जहर पी रहा ।
कोई है जो,
शोषित कमजोर की पीड़ा समझ सके
समानता के साथ,
तरक्की की राह ,
दो कदम साथ चल सके ।
नन्दलाल भारती
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